यात्री बस के नाम पर दिल्ली से नेपाल भेज रहे सामान, जीएसटी की हो रही चोरी


 यात्री बस के नाम पर दिल्ली से नेपाल भेज रहे सामान, जीएसटी की हो रही चोरी

बस सेवा के नाम से ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं संचालक

भारत से नेपाल में बस सेवा के नाम पर प्राइवेट बसों में ट्रांसपोर्ट का कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है। इससे सरकार के जीएसटी को हानि होती है लेकिन रास्ते में टूरिस्ट बस में लोड होने वाले सामान की कोई जांच नहीं हो रही है, इस पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में पुलिस और प्रशासन की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

भारत नेपाल सीमा के एनएच 927 सी पर दिल्ली से रुपईडीहा मार्ग पर कई प्राइवेट बसों का संचालन यात्री बस सेवा के रूप में होती है। इनमें दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र,  उत्तराखंड, पंजाब से सैकड़ो बसो का संचालन हो रहा है। इन बसों में यात्रियों के स्थान पर जीएसटी की चोरी कर सामान की आपूर्ति नेपाल को होती है। खानापूर्ति के लिए कभी कभार आरटीओ और एआरटीओ द्वारा कुछ बसो का चालान कर जुर्माना लगा दिया जाता है।

इसके बाद अपना सुविधा शुल्क तय कर इतिश्री कर मौन हो जाते है। बताते चले कि बसो मे लाखो का व्यापारी सामान बिना जीएसटी का बसो मे लाते है। इन बसों से सामान नेपाली तस्करो द्वारा सीधे नेपाल भेज देते है। जिसका उद्धाहरण एस यादव वेल्वो बस सेवा है। यह बस यात्री बस के नाम ट्रान्सपोर्ट का कार्य कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर बिना जीएसटी नेपाल व भारतीय व्यापारियो के सामान की ढुलाई का कार्य यह बस कर रहा है। संबंधित अधिकारी सुविधा शुल्क लेकर सरकार के राजस्व की नुकसान पहुँचा रहे है। गौरतलब है कि निर्घारित मार्ग पर पड़ने वाले जिले व वाणिज्य कर अधिकारी तथा पुलिस को माहवारी सुविधा शुल्क प्रदान कर सरकार का लाखो का नुकसान पहुचा र

हे है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि योगी सरकार के सख्ती के बावजूद भष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा है।

क्या कहते है एआरटीओ

बसों की होती है जांच
किसी बस के संचालक द्वारा यात्रियों के स्थान पर सामान की धुलाई की जा रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी। सीमा पर गलत कार्य न हो, इसके लिए निरंतर जांच की जाती है। पुनः अभियान चलाया जाएगा।

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